Ambrasiya Din
अंबरसिया दिन मीठे मीठे
संग चल आँखें मीचे मीचे
डूब के दिन में चल उबरे हम
हवा बनें और चल बिखरे हम
मस्ती धूप सी चढ़ती जाये
अब ये हसरत बढ़ती जाये
उधडूं ऊन के गोले सा मैं
हँसते हँसते तू जो खींचे
संग चल आँखें मीचे मीचे
अंबरसिया दिन मीठे मीठे…
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अंबरसिया दिन मीठे मीठे
संग चल आँखें मीचे मीचे
घोंट के पी ले पल पल दिन का
तोड़ बाहों में तिनका तिनका
पीस दे मेंहदी जैसे हमको
कहाँ मिलेंगे हम फिर तुमको
तेरी ख़ातिर खेत बनूँ मैं
चाहत को फिर चाहत सींचे
संग चल आँखें मीचे मीचे
अंबरसिया दिन मीठे मीठे…
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4 responses to “Ambrasiya Din”
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i completely agree with wat Rutuja said in the last post…..in a matter of few days u’ve brought forth so many colours ….a big salute to ur versatality sir !
Tasveer thanks a lot.
full of romance and natural congeniality…
colourful …youthful…sparkling…enchanting…
Super Like on this one…
U r gr8
🙂
And
Super Agree with Ms. Tasveer’s comment
Rutuja thank u very much. thanks again to Tasveer also.