December 26, 2009

Two Masters & A Fanboy

Two Masters & A Fanboy

10 responses to “Two Masters & A Fanboy”

  1. Punam Verma says:

    All three masters in their field.

  2. Anubhav Pyasi says:

    इरशाद साब आप भी कई लोगों के लिए मुर्शिद से कम नहीं, आपके गीतों को सुन कर ऐसा लगता है कि सिर्फ़ आप नाम से नहीं हक़ीक़त में भी क़ामिल हैं, आपके अल्फ़ाज़ों ने फ़िल्मी गीतों में जो सूफ़ी रंग घोलें हैं उनका कोई जवाब ही नहीं, आपकी कलम से टपकते लफ़्ज़ों का बहाव कई सालिकों को गहरी सोच में फेंक देता है जहाँ द्वंद्व से परे एक नूर का अनंत दरिया है।

    मैंने आपकी रचनाओं में वेदांत जैसे गहरे शास्त्रों के भी कई रहस्यों को बड़ी ही सादगी से पेश किया हुआ पाया है जो बताता है कि हमारे लिबास अलग-अलग हो सकते हैं लेकिन रूह हम सबकी एक ही है!

    बहुत बहुत शुक्रिया जीवन में रंग भरने के लिए, आपका सफ़रनामा हमारी ज़िंदगी के फ़लसफ़े पर नूर बरसात रहता है और आशा करता हूँ जीवन में आपसे एक बार मुलाकात ज़रूर होगी।

    आपका मुरीद
    अनुभव प्यासी

  3. Irshad Kamil says:

    अनुभव, इस मोहब्बत के लिए बहुत शुक्रिया।

  4. Madhur Ratawal says:

    Thank you so much to all three of you for doing so much in your respective fields and making us all proud. All three of you are inspirations to us that keep us alive and help us in moving forward. Words aren’t enough to thank you all enough so i’d just say ” प्रीत मोरी पिया बातों से ना आंकिये।”।

  5. Manan Rikhi says:

    All the Best Ruby Uncle ! Have a Wonderful and blessed journey !
    Regards – Manu Rikhi (Malerkotla)

  6. Irshad Kamil says:

    Madhur, Thank you very much these nice words.

  7. Siddhesh says:

    Irshad Saab you’re one of a kind. In love with your writing. ❤

  8. Irshad Kamil says:

    Siddesh thank you.

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